भारतीय वायु सेना (IAF) और रॉयल एयर फ़ोर्स ऑफ़ ओमान (RAFO) 21 से 25 फरवरी 2022 तक जोधपुर वायु सेना स्टेशन पर Eastern Bridge-VI(ईस्टर्न ब्रिज-VI) नामक एक द्विपक्षीय अभ्यास में भाग लेने वाले हैं। यह अभ्यास का छठा संस्करण होगा। यह दोनों वायु सेनाओं के बीच परिचालन क्षमता और अंतरसंचालनीयता बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगा।
भारतीय वायुसेना व ओमान की रॉयल एयरफोर्स ने सोमवार से राजस्थान के जोधपुर में पांच दिनी साझा सैन्य अभ्यास शुरू किया। दोनों सेनाएं इस दौरान युद्ध कौशल का प्रदर्शन करेंगी और एक-दूसरे की खूबियों से अवगत होंगी।
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Eastern Bridge-VI के प्रमुख बिंदु:-
इस संयुक्त सैन्य अभ्यास को ईस्टर्न ब्रिज-VI (Eastern Bridge-VI) नाम दिया गया है। यह साझा सैन्य अभ्यास का छठा चरण है। इस साझा सैन्य अभ्यास को देखने सेना के कई महारथी जोधपुर पहुंचेंगे। रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि यह सैन्य अभ्यास दोनों वायुसेना की संचालन क्षमता में इजाफा करेगा। अभ्यास के माध्यम से दोनों मिलकर किसी आपरेशन को अंजाम देने की अपनी क्षमता का भी परीक्षण करेंगे।
इस युद्धाभ्यास के उद्देश्य और फायदे:-
- इससे दोनों सेनाओं के बीच पेशेवर दक्षता का विस्तार, विचार विमर्श, अभियानों का अनुभव भी बढ़ेगा और इसके साथ ही द्विपक्षीय रिश्ते भी मजबूत होंगे।
- वायुसेना ने ट्विटर पर अभ्यास की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा इसके माध्यम से दोनों देशों की सैन्य संचालन दक्षता में वृद्धि होगी।
- यह आयोजन दोनों वायु सेनाओं को सर्वोत्तम अभ्यास करने और एक साथ अभियान का संचालन करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा।
- इस अभ्यास में IAF और RAFO की भागीदारी दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के अलावा पेशेवर बातचीत, अनुभवों के आदान-प्रदान और परिचालन ज्ञान में वृद्धि को बढ़ावा देगी।
Source:- PIB
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